आप अंग्रेजी जानते हैं तो सबकुछ जानते हैं नहीं तो कुछ नहीं , हमारे देश में सफलता का पैमाना यही बन गया है । निजी क्षेत्रो को छोड़िये सरकारी महकमा भी अंग्रेजी के प्रसार में लगा है । इस प्रवर्ती का प्रतिवाद करने , विरोध में तर्क देने पर जबाब आता है भैया जब सबकुछ सीख जान सकते हो तो पहले अंग्रेजी क्यूँ नहीं सीखते???????
भाषा ज्ञान प्राप्त करने का माध्यम है न कि ज्ञान । पर हमारे देश में माध्यम को ही आपके बौद्धिक विकास का मानक मान लिया गया है ।
आप एक ईमानदार, अच्छे चरित्र , तार्किक , बौद्धिक क्षमता से परिपूर्ण शिक्षित व्यक्ति हैं पर अंग्रेजी नहीं जानते हैं तो आपका अपने ही देश में कोई मूल्य नहीं।
शनिवार, 17 जुलाई 2010
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Bhai isliye mujhe nokari nhi mili.kyoki m hindustan m engslish nhi bol paya
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