बुधवार, 9 फ़रवरी 2011

सामूहिक बलात्कार

रेप एक ऐसा गुनाह है जो बार बार औरत को सजा देता है .कुछ तर्कों के कारन गुनाहगार को मृत्युदंड नहीं दिया जा सकता . आजकल जिस तरह उत्तर प्रदेश में गेंग रेप की घटनाए बढ़ी हैं आम इंसान हिल गया है .
स्थिती इतनी बुरी है की औरते मरना बेहतर समझ रही हैं बजाए police के पास जाने या समाज में रहने के , यह सिर्फ औरत के शरीर साथ हुआ अपराध नहीं बल्कि औरत की गरिमा और सम्मान के प्रति भी अपराध है , यह सामाजिक अपराध भी है हमारी सरकार इतना तो कर सकती है की ऐसे मामलो की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालतों में हो और सख्त सजा दी जाए .IPC में भी बदलाव हो ।

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